20160929

MOST DLITT & PHD Degree holder person

Lt Col (Dr) Jyotirmaya Satpathy (b Jan 6, 1968) has been awarded the post-doctoral degrees (DLitt) four times – for South Asian Studies, Utkal University of Culture (May 2007); for Business Administration, Utkal University (July 2009); for Industrial Relations and Personnel Management, Berhampur University (July 2011) and for Economics, Berhampur University (July 2013). 
In addition, he holds the PhD degree from three universities – in Analytical Economics, Utkal University (2000); in Applied Economics, Manipur University (2004) and in Management, Fakir Mohan University, Balasore (2015). He has also done MPhil twice – in Economics, University of Hyderabad (1993) and in Education, The Global Open University, Nagaland (2009).

हार्ट अटैक : ना घबराये ....!!

सहज सुलभ उपाय ....
99 प्रतिशत ब्लॉकेज को भी रिमूव कर देता है पीपल का पत्ता....

पीपल के 15 पत्ते लें जो कोमल, गुलाबी कोंपलें न हों, बल्कि पत्ते हरे, कोमल व भली प्रकार विकसित हों। प्रत्येक का ऊपर व नीचे का कुछ भाग कैंची से काटकर अलग कर दें।

पत्ते का बीच का भाग पानी से साफ कर लें। इन्हें एक गिलास पानी में धीमी आँच पर पकने दें। जब पानी उबलकर एक तिहाई रह जाए तब ठंडा होने पर साफ कपड़े से छान लें और उसे ठंडे स्थान पर रख दें, दवा तैयार ...!!

इस काढ़े की तीन खुराकें बनाकर प्रत्येक तीन घंटे बाद प्रातः से लें। हार्ट अटैक के बाद कुछ समय हो जाने के पश्चात लगातार पंद्रह दिन तक इसे लेने से हृदय पुनः स्वस्थ हो जाता है और फिर दिल का दौरा पड़ने की संभावना नहीं रहती ! ...

दिल के रोगी इस नुस्खे का एक बार प्रयोग अवश्य करें ...

* पीपल के पत्ते में दिल को बल और शांति देने की अद्भुत क्षमता है।
* इस पीपल के काढ़े की तीन खुराकें सवेरे 8 बजे, 11 बजे व 2 बजे ली जा सकती हैं।
* खुराक लेने से पहले पेट एक दम खाली नहीं होना चाहिए, बल्कि सुपाच्य व हल्का नाश्ता करने के बाद ही लें।
* प्रयोगकाल में तली चीजें, चावल आदि न लें। मांस, मछली, अंडे, शराब, धूम्रपान का प्रयोग बंद कर दें। नमक, चिकनाई का प्रयोग बंद कर दें।
* अनार, पपीता, आंवला, बथुआ, लहसुन, मैथी दाना, सेब का मुरब्बा, मौसंबी, रात में भिगोए काले चने, किशमिश, गुग्गुल, दही, छाछ आदि लें। ...

तो अब समझ आया, भगवान ने पीपल के पत्तों को हार्टशेप में क्यों बनाया !! ..

Be Positive

🚩ॐ🚩जय श्री राम

मैं रूठा, तुम भी रूठ गए
फिर मनाएगा कौन ?

आज दरार है, कल खाई होगी
फिर भरेगा कौन ?

मैं चुप, तुम भी चुप
इस चुप्पी को फिर तोडे़गा कौन ?

बात छोटी को लगा लोगे दिल से,
तो रिश्ता फिर निभाएगा कौन ?

दुखी मैं भी और  तुम भी बिछड़कर,
सोचो हाथ फिर बढ़ाएगा कौन ?

न मैं राजी, न तुम राजी,
फिर माफ़ करने का बड़प्पन दिखाएगा कौन ?

डूब जाएगा यादों में दिल कभी,
तो फिर धैर्य बंधायेगा कौन ?

एक अहम् मेरे, एक तेरे भीतर भी,
इस अहम् को फिर हराएगा कौन ?

ज़िंदगी किसको मिली है सदा के लिए ?
फिर इन लम्हों में अकेला रह जाएगा कौन ?

मूंद ली दोनों में से अगर  किसी दिन एक ने आँखें....
तो कल इस बात पर फिर पछतायेगा कौन ?


✍🏻 *सुनने* की आदत डालो क्योंकि
ताने मारने वालों की कमी नहीं हैं।

✍🏻 *मुस्कराने* की आदत डालो क्योंकि
रुलाने वालों की कमी नहीं हैं

✍🏻 *ऊपर उठने* की आदत डालो क्योंकि टांग खींचने वालों की कमी नहीं है।

✍🏻 *प्रोत्साहित* करने की आदत डालो क्योंकि हतोत्साहित करने वालों की कमी नहीं है!!

✍🏻 *सच्चा व्यक्ति* ना तो नास्तिक होता है ना ही आस्तिक होता है ।
सच्चा व्यक्ति हर समय वास्तविक होता है......

✍🏻 *छोटी छोटी बातें दिल* में रखने से
बड़े बड़े रिश्ते कमजोर हो जाते हैं"

✍🏻 *कभी पीठ पीछे आपकी बात चले*
तो घबराना मत ...
बात तो
"उन्हीं की होती है"..
जिनमें कोई " बात " होती है

✍🏻 *"निंदा"* उसी की होती है जो"जिंदा" हैँ मरने के बाद तो सिर्फ "तारीफ" होती है
👍

तुलसी कौन थी?

तुलसी(पौधा) पूर्व जन्म मे एक लड़की थी जिस का नाम वृंदा था, राक्षस कुल में उसका जन्म हुआ था बचपन से ही भगवान विष्णु की भक्त थी.बड़े ही प्रेम से भगवान की सेवा, पूजा किया करती थी.जब वह बड़ी हुई तो उनका विवाह राक्षस कुल में दानव राज जलंधर से हो गया। जलंधर समुद्र से उत्पन्न हुआ था.
वृंदा बड़ी ही पतिव्रता स्त्री थी सदा अपने पति की सेवा किया करती थी.
एक बार देवताओ और दानवों में युद्ध हुआ जब जलंधर युद्ध पर जाने लगे तो वृंदा ने कहा -
स्वामी आप युद्ध पर जा रहे है आप जब तक युद्ध में रहेगे में पूजा में बैठ कर आपकी जीत के लिये अनुष्ठान करुगी,और जब तक आप वापस नहीं आ जाते, मैं अपना संकल्प
नही छोडूगी। जलंधर तो युद्ध में चले गये,और वृंदा व्रत का संकल्प लेकर पूजा में बैठ गयी, उनके व्रत के प्रभाव से देवता भी जलंधर को ना जीत सके, सारे देवता जब हारने लगे तो विष्णु जी के पास गये।

सबने भगवान से प्रार्थना की तो भगवान कहने लगे कि – वृंदा मेरी परम भक्त है में उसके साथ छल नहीं कर सकता ।
फिर देवता बोले - भगवान दूसरा कोई उपाय भी तो नहीं है अब आप ही हमारी मदद कर सकते है।

भगवान ने जलंधर का ही रूप रखा और वृंदा के महल में पँहुच गये जैसे
ही वृंदा ने अपने पति को देखा, वे तुरंत पूजा मे से उठ गई और उनके चरणों को छू लिए,जैसे ही उनका संकल्प टूटा, युद्ध में देवताओ ने जलंधर को मार दिया और उसका सिर काट कर अलग कर दिया,उनका सिर वृंदा के महल में गिरा जब वृंदा ने देखा कि मेरे पति का सिर तो कटा पडा है तो फिर ये जो मेरे सामने खड़े है ये कौन है?

उन्होंने पूँछा - आप कौन हो जिसका स्पर्श मैने किया, तब भगवान अपने रूप में आ गये पर वे कुछ ना बोल सके,वृंदा सारी बात समझ गई, उन्होंने भगवान को श्राप दे दिया आप पत्थर के हो जाओ, और भगवान तुंरत पत्थर के हो गये।

सभी देवता हाहाकार करने लगे लक्ष्मी जी रोने लगे और प्रार्थना करने लगे यब वृंदा जी ने भगवान को वापस वैसा ही कर दिया और अपने पति का सिर लेकर वे
सती हो गयी।

उनकी राख से एक पौधा निकला तब
भगवान विष्णु जी ने कहा –आज से
इनका नाम तुलसी है, और मेरा एक रूप इस पत्थर के रूप में रहेगा जिसे शालिग्राम के नाम से तुलसी जी के साथ ही पूजा जायेगा और में
बिना तुलसी जी के भोग
स्वीकार नहीं करुगा। तब से तुलसी जी कि पूजा सभी करने लगे। और तुलसी जी का विवाह शालिग्राम जी के साथ कार्तिक मास में
किया जाता है.देव-उठावनी एकादशी के दिन इसे तुलसी विवाह के रूप में मनाया जाता है !

SAY NO TO BEGGARS

एक अनुमान के अनुसार दिल्ली, गुड़गांव और मुंबई जैसे बड़े शहरों मे एक बच्चे भिखारी की दिन की कमाई लगभग 1000 रुपये हो जाती हैं, जबकि एक औरत जिसकी गोद मे छोटा कमज़ोर बच्चा होता है उसकी दिन की कमाई लगभग 2000 रुपये हो जाती है | इसके मुकाबले एक वयस्क भिखारी की दिन की कमाई केवल 100 से 200 रुपये प्रतिदिन होती है | इसलिए अधिक कमाई के लालच मे ये लोग छोटे बच्चो को या तो चोरी करके लाते हैं या फिर किसी बच्चा चुराने वाले गैंग से 50 हज़ार से 1 लाख रुपये दे के खरीद लेते हैं | इस बच्चे को ढंग से खाना नही खिलाया जाता ताकि वो कमज़ोर लगे और आप जैसे दयावान लोग अधिक से अधिक भीख दें |
आपने ध्यान दिया होगा की ये बच्चे हमेशा सोते रहते हैं, ऐसा इसलिए कि इनको सुबह उठा कर दूध के बदले थोड़ी सी वोड्का दी जाती है या अफ़ीम खिला दी जाती है, जिसकी वज़ह से ज़्यादातर बच्चे जिंदगी भर के लिए या तो अपंग हो जाते हैं या फिर मौत का शिकार हो जाते हैं, पर तब तक ये अपने मूल्य से कहीं ज़्यादा कमाई इन लोगों को करवा जाते हैं |
कृपया रेड लाइट पर भिखारियों को भीख ना दें, अगर आप उनकी मदद करना चाहते हैं तो उनको पैसे देने की बजाय बिस्किट के पॅकेट, पानी की बोतल या फिर घर का बचा हुआ खाना इत्यादि दें, आपका दिया हुआ हर रुपया एक और बच्चे के अपहरण मे आपका योगदान है |
15 अगस्त पर तिरंगा भेजने से देश सेवा नहीं होगी, अगर आप सच मे चाहते हैं कि हमारे देश का भविष्य सड़क पर भीख ना माँगे और स्वावलंबी होकर दुनिया मे नाम रोशन करे तो कृपया इस मेसेज को अपने सभी ग्रुप पर भेज कर एक सच्चा इंसान और सच्चा भारतीय बनें |
Say no to Beggars:
Give life not Money
www.shobhanawelfare.blogspot.in

दुर्भाग्य को सौभाग्य में बदल देता है एक चुटकी नमक


वास्तुशास्त्र में नमक को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। नमक के अलग-अलग इस्तेमाल से घर से नकारात्मक ऊर्जा निकल जाती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। मानसिक शांति, सेहत, सुख-समृद्धि और पैसे के मामले में नमक की भूमिका अहम है। वास्तु के अनुसार यदि नमक का सही ढंग से इस्तेमाल किया जाए, तो एक चुटकी नमक ही काफी है दुर्भाग्य को सौभाग्य में बदलने के लिए...।

➖एक चुटकी नमक का कमाल...
यदि आप आए दिन बीमार रहते हैं। घर में परिवार के सदस्यों के बीच आए दिन झगड़े होते हैं। हर तरफ  नकारात्मकता नजर आती है, तो नमक वाले पानी से पूरे घर में पोंछा लगाएं। बस पोंछे वाले पानी में एक चुटकी काला नमक मिलाएं, फिर देखें इसका कमाल। कुछ दिनों में इसका असर देखने को मिल जाएगा। यदि हर दिन संभव ने हो, तो मंगलवार को जरूर नमक को पोंछा लगाएं। इस उपाय से न सिर्फ घर की नकारात्मकता दूर होगी, घर में सकारात्मक एनर्जी आएगी। परविार के सदस्य बीमार भी नहीं पड़ते हैं। सौभाग्य के दरवाजे खुलेंगे।

➖किसमें रखें नमक...➖

आप जरा अपने घर में यह देखिए कि जिस बर्तन मतें नमक रखा जा रहा है, वह किस चीज से बना है। स्टील यानी लोहे से बने बर्तन में नमक कभी नहीं रखना चाहिए। वास्तु में ऐसी मान्यता है कि नमक को हमेशा कांच के जार में भरकर रखना चाहिए। साथ ही इसमें एक लौंग डाल दें, तो फिर सोने पे सुहागा... इससे घर में सुख-समृद्धि तो रहती ही है। पैसों की भी कभी कमी महसूस नहीं होती। धन का फ्लो बना रहता है।

➖नमक मानसिक शांति भी देता है...➖

यदि आपका मन हर बेचैन रहता है। न तो घर में मन लगता, न बाहर, ना ही ऑफिस में...आप लाख कोशिश करते हैं, फिर मानसिक शांति नहीं मिल रही होती है। ऐसी समस्या से निजात पाने के लिए नमक का उपाय रामबाण का काम करता है। इस उपाय में भी एक चुटकी नमक कमाल करता है। जी हां, नहाते समय समय पानी में एक चुटकी नमक मिला लें और उससे स्नान करें। वास्तु विशेषज्ञों की मानें, तो ऐसा करने से मानसिक बेचैनी कम हो जाती है। तन-मन हमेशा तरोताजा रहता है। आलस्य से छुटकारा मिल जाता है।

➖डॉक्टर है नमक...
यदि घर में कोई लंबे समय से बीमार चल रहा हो, तो उसके बिस्तर के पास कांच की बोतल में नमक भरकर रखें और हर महीने इसे बदल दें। वास्तु शास्त्र के मुताबिक, ऐसा करने से बीमार व्यक्ति की सेहत में काफी सुधार आ सकता है। यह उपाय तब तक करते रहें, जब तक वह व्यक्ति पूरी तरह से स्वस्थ ने हो जाए।

➖पहाड़ी नमक का कमाल...➖

कौन व्यक्ति नहीं चाहेगा कि उसके घर में हमेशा सुख-शांति बनी रहे, लेकिन हम देखते हैं कि व्यक्ति हर तरह से सम्पन्न होता है, लेकिन बावजूद इसके उसके घर में सुख आ अभाव रहता है। शांति भंग हो जाती है। असल में वास्तुदोष होने से घर में नकारात्मकता प्रवेश होता है और व्यक्ति परेशान रहता है। इससे छुटकारा पाने के लिए या वास्तुदोष खत्म करने के लिए इसमें एक नमक का उपाय बहुत कारगर साबित हो सकता है। बाजार में पहाड़ी नमक भी मिलता है। इसे लाकर अपने घर के एक कोने में रख दें। आप कुछ ही में महसूस करेंगे कि घर की सारी नकारात्मकत एनर्जी दूर हो जाएगी। परिवार के लोग खुश रहने लगेंगे। घर में सुख-शांति फैल जाएगी।

➖नमक को लेकर ये दो सावधानियां...➖

प्राचीन मान्यता है कि यदि आप नमक सीधे किसी के हथेली में रखकर देते हैं, तो इससे उस व्यक्ति के साथ आपका झगड़ा हो सकता है। इसलिए इस बात को हमेशा ध्यान रखें कि नमक कभी किसी को हाथ में न दें, बल्कि चम्मच से बर्तन के जरिए दें। इसके अलावा नमक को कभी जमीन में न गिरने दें। नमक को कभी बेकार भी मत होने दें। वास्तु के अनुसार, यदि नमक जमीन पर सीधे गिरता है, तो यह माने लें कि आप सीधे अपने दुर्भाग्य को दावत दे रहे हैं।🙏🌹महादेव हर🌹🙏
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Private college known as factory

Law is only essential for government University and colleges and not for private sector factory means college or university

So in these factories all the machines should be tapped to maximum, without maintenance.

It's due to Indian government policy

These factories are based on Low Cost Model where they try to get staff at low-cost and try to give them work as much as they can

At the same time government controlled by some of other nations

Academics has become hell in these factories

Sir Ji government policy is not amended because we are not united, sorry to say , but some one from us who is ready to work in such factories at low cost make such system more hell

Dear sir ,
Government don't want to improve the quality of such private education factories in India.
Such public representatives are there who protect the interests of these private institutions.
In some states, education ministers are always protecting and getting share from such institutions.
The inspection team of government and university nominees also not serious at the time of inspections because the team charges heavy amount from these private institutions.

Pakistan

Dear Pakistani terrorists, you don't need to cross LOC for getting killed. Army has started home delivery. Special festive season offer

My family member at MI says more were killed than 38 (these were the ones they could count, there were many who were shredded to bits due to use of weapons like RPO flame throwers, Carl Gustafs etc. He says these guys were the stragglers who escaped the main camps that were targeted during the previous covert strike on the main camps (my guess is they were targeted with arty). The main camps were deeper in POK around (12-20km) Those pigs who escaped the first onslaught were then painstakingly tracked through drones/comms to well disguised newly erected made shift launching pads. IA decided to share their movements over the last days with PMO. With the porkis playing cry baby and playa hating on the international forum, IA/PMO decided that this message should be made loud and clear.

A platoon of Paras went in silent, HAHO from well inside our territory. Their target was 3 launching pads deeper into POK, around 2-3km in. These were the larger groups, around 12 pigs at each site. Paras wasted them quietly, they didn't know what hit em, they wasted the sentries with silenced sniper shots and most were slaughtered in their sleep.. Ghataks from Dogra and Bihar opened up fire on the posts near 3 launching pads closer to the LOC (around 600m-1.2km in), the adjoining posts were destroyed rapidly :shoot:, this is where around 6-12 PA manning the posts were killed, Porkis only claim 2 PA killed, bet its 2 bodies they could recover, the rest would have been mulch.
After turning the posts to rubble, Ghataks crossed over and destroyed the 3 launching pads where they killed smaller fidayeen squads of around 6 terrorists each. Ghataks went in loud, watching them close in with heavy fire at the 3rd launching pad, it appears one of the pigs blew himself up taking half his squad with him. :rofl:The death toll inflicted by the Ghataks is not clear because they used volleys from grenade launchers, RPO flame thrower, carl gustaf. A Ghatak got close enough to stab 2 bunched pigs with his bare hands.

While the op was coming to a close, it appears a couple of truck loads of SSG BATs & Rangers were sent in for reinforcements but when they arrived and saw the volume of fire coming from the Ghataks, they got back in their trucks and ran. Ghataks then covered the Para's egress back.

Final, estimate of toll is between 60-70 killed including at least 6-12 PA.

I am glad they decided to make it public. Paltan ki ijjat especially for Bihar and Dogra restored, they will however keep a low profile because there was nothing surgical about their role. Their role was much more akin to a hammer coming down hard. My family member says that the sheer speed and brute force of Ghataks in their role was some of the most beautiful IR drone footage caught in his recent memory. While the paras were surgical, they apparently looked so routine, like they had done it a thousands time before (and they have).

The First And Last Days Of School































The Priciest Models Of Motorhomes





Plan romantic dates
It's important to meet your partner, be it at a dinner date or a movie outing. And when you are at it, make it as romantic as possible hold hands, dress up for each other and do other cute things couples do. The idea is to forget all that rush in your life and make the other person feel special and make most of your time together.



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